कोड़ रोगों ,दाद ,खाज खुजली,एक्जिमा, झाइयां सोरासिस के लिए रामबाण है यह अयुर्वेदिक योग ।
कोड़ रोगों ,दाद ,खाज खुजली,एक्जिमा, झाइयां सोरासिस के लिए रामबाण है यह अयुर्वेदिक योग ।
सिद्ध त्वचा कल्पचुर्ण
यह योग भारती ऋषियों की अयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की खोज पर आधारित है जो-त्वचा के सभी रोगों को करे जड़ से खत्म करता है।
नोटः-
अगर जख्म न भरे और खाज खुजली से परेशानी है तो सिद्ध त्वचा तेल कारगर हैं
जख्म और खाज -खूजली को मात्र 2 दिन ही ठीक कर देता है। सिद्ध त्वचा तेल औऱ
सिद्ध त्वचा कल्पचूर्ण एक साथ इस्तेमाल करने होते हैं।
सिद्ध त्वचा तेल कैसे तैयार होता है टच करे औऱ पूरी जानकारी प्राप्त करे।
सिद्ध त्वचा कल्पचूर्ण के खास लाभः
हर्पिस की जलन, खाज, खुजली औऱ दर्द में कारगर है।किसी भी प्रकार की त्वचा इंफेक्शन के लिए 100%लाभदायक है।
हाथ पैर की उंगलियों का फटना,खुश्क चमड़ी ,धाफरी, शीतपित्त, सीतपित, पिती उछलना ये सभी एक ही बिमारी के नाम हैं जिसको अरटीकेरिया भी कहते हैं। सभी का इलाज आप सिद्ध त्वचा कल्पचूर्ण और सिद्ध त्वचा तेल से ग्रंटी सहित इलाज कर सकते हैं।
साथ मे दाद, खाज ,खुजली,एक्जिमा औऱ सोरासिस की 100% कारगर दवा है सिद्ध त्वचा कल्पचूर्ण ।
क्या आप दाज खाज खुजली से पेरशान है ? तो ये लेख आपके बहुत काम आएगी | आज के लेख में हम आपको दाज खाज खुजली इलाज के लिए कुछ घरेलू उपाय बताने जा रह है| अगर आप इन उपाय का प्रयोग करेगे तो आको सभी प्रकार के समस्यों से निजात मिल जायेगी |
खाज
खुजली परेशान करने वाली बीमारी है।अगर हमारे शरीर में कहीं भी कुछ हलचल हो
रही है या ऐसा लग रहा हो कि कुछ काट रहा है तो हम शरीर के उस हिस्सें को
हाथों से रगड़ देते हैं तो हमें थोड़ी शान्ति मिलती है इसे ही खाज-खुजली
कहते हैं। यह “सारकोप्टीस स्केवी´´ नाम के रोगाणु से फैलती है और यह
मुख्यत: दो तरह की होती है- तर (गीली) और सूखी।
खाज खूजली के कारण :
गर्मी के मौसम में शरीर में बहुत ज्यादा पसीना आता है और जब यह पसीना त्वचा पर सूख जाता है तो खुजली पैदा हो जाती है। बाहर निकलने पर जब धूल-मिट्टी शरीर पर लगती है तो भी खुजली पैदा हो जाती है। रोजाना न नहाना भी खुजली होने का बहुत बड़ा कारण है।
सर्दी
के मौसम में ठंड़ी हवा जब शरीर में लगती है तो शरीर की त्वचा सूखकर खुरदरी
सी हो जाती है और उसमें तेज खुजली होने लगती है ज्यादा जोर से खुजालने पर
त्वचा में निशान से पड़ जाते हैं और उनमें तेज जलन होती है।
खुजली
एक फैलने वाला रोग है। घर के अन्दर अगर किसी एक व्यक्ति को खुजली हो जाती
है तो उसके साथ वाले सारे लोग भी खुजली के शिकार हो जाते हैं। क्योंकि यह
लाग की बीमारी होती है।
दाद के कारण
ये कई प्रकार क होते है और इसके होने के कई कारण हो सकते है जैसे गीले कपडे पहनने से , किसी दाद ग्रसित आदमी के संपर्क में आने से या पसीना जादा आने से
खाज खुजली के लक्षण :
खुजली
बहुत तेजी से फैलने वाला त्वचा का रोग है। इस रोग में सबसे पहले शरीर में
छोटी-छोटी फुंसिया निकल जाती है। यह फुंसिया हाथ-पैरो में, उंगलियों में,
कलाई के पीछे के भाग में और बगल में ज्यादा निकलती है और धीरे-धीरे पूरे
शरीर में फैल जाती है। यह अक्सर लाल रंग के निशान के रूप में दिखाई देती
है। यह खराब चीजों को छूने से, गलत इंजैक्शन के लग जाने के कारण या संक्रमण
होने के कारण हो जाती है।
सिद्ध त्वचा कल्पचुर्ण पुर्ण नुस्खा
त्रिफला – 250 ग्राम,
कुटकी 200 ग्राम,
हारसिंगार-200 ग्राम,
चरायता 100 ग्राम,
गिलोय-100,ग्राम,
शंखपुष्पी-100 ग्राम,
नीम चुर्ण-100 ग्राम,
अजवाइन -100 ग्राम,
गोरखमुण्डी-100 ग्राम
,तुलसी चुर्ण -100 ग्राम,
पित्तपापड़ा-100 ग्राम,
काकड़ासिंगी-100 ग्राम,
कलौंजी-100 ग्राम,कूठ-50 ग्राम,चित्रक -50 ग्राम,आम्बा हल्दी –50 ग्राम,अपामार्ग-50 ग्राम,महुआ छाल चुर्ण-50 ग्राम
3 महत्वपूर्ण भस्मो सहित सभी चुर्ण को 300 ग्राम एलोवेरा रस में भावना देकर धूप में सूखा सुखाई जाती है।
सेवन विधि : ⤵️
1चम्मच त्वचा कल्पचुर्ण
2 गोली कचनार गूगल
1 गोली खून शुद्वि गोली
यह एक खुराक है । खाने से 30 मिनट बाद ताजे पानी से सेवन करे। सधारण चमड़ी रोग 30 दिन में ठीक हो जाता है। पुराने और जिद्दी रोग में 3 से 6 महीने का कोर्स करे।
पुराने
रोग में 21 से 90 दिन उपयोग करे अगर रोग बहुत पुराना हो तो 90 दिन का
कोर्स जरूर करे या जरूरत मुताबिक जब दवा करे जब तक रोग बिल्कुल ठीक न हो
जाए।
★★
परहेज खाज खूजली रोग बहुत जरूरी होता है। परहेज में तली ,खट्टी और आचार बिल्कुल बंद कर दे।
नोट: बनाते समय आयुर्वेदिक सामग्री सही ले।
दाद खूजली के घरेलू योग
दाद खूजली के घरेलू योग भी उपयोग कर सकते हैं।
दाद खाज की सिर में खुजली होने पर
25 ग्राम पिसा हुआ लहसुन, 50 ग्राम पानी और 100 ग्राम सरसों का तेल इन सबको मिलाकर पानी जल जाने तक गर्म करे. ठंडा हो जाने पर छानकर शीशी में भर लें.
इस
तेल की सिर पर मालिश करने से दाद व खाज के वजह से सिर में हो रही खुजली
मिट जाती है. इसका प्रयोग पुरे शरीर में कहीं भी किया जा सकता है.
लहसुन
को मैदे की तरह बारीक पीसकर शुद्ध शहद में मिलाकर दाद पर दिन में 3-4 बार
लगाते रहने से दाद का तुरंत इलाज होता है. बहुत जल्दी ठीक होते है.
दाज खाज खुजली का रामवान इलाज :
दाज
,खाज , खुजली जैसी समस्या से बचने का एक सबसे बढ़िया उपाय व तरीका है दाज
वाली जगह की साफ सफाई जी हा अगर हम इस समस्या के कितानुओ को फ़ैलाने से
रोकने में सफल हो जाते है तो यह रोग जल्दी ठीक हो जाती है |
दाद वाली जगह को हलके गुनगुने पानी से दिन में 2–3 बार धोये ताकि जगह की सफाई रहे और कीटाणु भी मर जाये |
निम्बू एक बढ़िया उपाय है निम्बू के रस को पानी में निचोड़ ले और दाद को इस पानी से धोये हल्का जलन होगा। अगर आप को जलन कम महसूस हो तो आप सीधा निम्बू को ही दाद पर लगा सकते है।
लहसुन को छील ले और उसे बीच से तोड़ कर रस निकाले और इस रस को दाद वाली जगह पर लगाये । दिन में कम से कम 3 से 4 बार ।
दाद वाले जगह पर पहले गर्म फिर ठन्डे पानी से सिकाई करे या फिर बोतल में गर्म पानी भर कर सिकाई करे|
टमाटर के रस में हलकी हल्दी मिला कर लेप बना ले और इसे दाद वाली जगह पर लगाये जिससे फायदा होता है|
अलोवेरा के रस को जो पोधे के काटने से बना हो एचिंग वाली जगह पर लगाने से लाभ होता है |
दही
में निम के पिसे पत्ते को और निम्बू के रस को मिला कर लेप बना कर दिन में ३
बार समस्या प्रभावित त्वचा पर लगाए जिससे यह समस्या 2 या 3 दिन में ख़त्म
हो जाती है |
दाद-खाज और खुजली के लिए गेंदे का फूल
गेंदे के फूल में कई सारी एंटी फंगल और एंटी एलर्जिक गुण होते हैं जो दाद, खाज और खुजली जैसी समस्याओं को जड़ से दूर कर देते हैं।
इस्तेमाल का तरीका
सबसे
पहले आप गेंदे की पत्तियों को लें और पानी में डालकर उबाल लें। इसे उबालने
के बाद ठंडा होने पर अपनी बॉडी में जहां खुजली है उस जगह पर लगाकर अच्छे
से साफ करें या इसके लिए आपको गेंदे के फूल का रस निकलकर पीसकर पेस्ट बाल
लें। फिर इसे प्रभावित स्थान पर लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें। जब यह सूख
जाएं तो ठन्डे पानी की हेल्प से इसे अच्छी तरह साफ कर लें।
कब तक कर सकते है उपयोग
मात्र 7 दिनों में आपको इस दाद खाज खुजली जैसी बीमारी से छुटकारा मिल जाएगा। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो आज ही इस उपाय को आजमाएं।
Online दवा मंगवा सकते हैं। Whats 78890 53053/94178 62263
Email~sidhayurveda1@gmail.com
सिद्ध त्वचा कल्पचुर्ण
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